उतान कूर्मासन कैसे करें | Uttan Kurmasana yoga
वज्रासन में बैठ कर अपने दोनों हाथों की कोहनियों से जांघों के पास से जमीन को पकड़िए। फिर शरीर पर पूरे शरीर का वजन डालते हुए बारी-बारी से कोहनियों को जमीन से लगाइए। अपने सिर और कन्धों को जमीन से लगाइए तथा दोनों हाथों को अपनी जांघों पर बिना घुटने आपस से अलग किये रखे रहिए।
लाभ:
- यह आसन नृत्य कलाकारों के लिए उतम है। क्योंकि यह रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाता है।
- पेट के मोटापे को कम करता है। कमर पतली, लचीली, सुन्दर और मनोहर लगने लगती है।
- यह आसन श्वास संबंधी तथा गले के सभी रोगों को दूर करता है।
- पीठ का दर्द दूर होता है।
- पसीने की बदबू को दूर करता है।
- नाभि केन्द्र को ठीक रखता है।
- यह आसन पेट, गले, घुटनों आदि के लिए अधिक उपयोगी है।