वज्रासन कैसे करें | Vajrasana yoga
अपने दोनों पैरों की एड़ियों को मोड़ों तथा घुटनों और पंजों के बल बैठ जाओ। अपने दोनों हाथों को घुटनों अथवा जांघों पर रखिए। अपनी छाती और अपने गले को सीधा रखिए।
लाभ:
- शरीर वज्र के समान हो जाता है। इससे जंधाओं, घुटनों, पिंडलियों और पंजों में पुष्टता आती है।
- यह आसन शरीर को बलवान बनाता है।
- यह एक मात्र आसन है जो भोजन के बाद पाचन क्रिया को अच्छा बनाने के लिए किया जाता है। यह पाचन शक्ति को बढ़ाता है और खाया हुआ भोजन पचाता है।
- इस आसन से अतिसार, पीठ-दर्द तथा छाती के रोग दूर होते हैं।
- यह आसन स्मरण शक्ति की कमी को दूर करता है।
- अगर स्त्रियां इस आसन को करें तो उनके मासिक धर्म संबंधी दोष दूर हो जाते हैं।