सिंहासन कैसे करें | Singhasana yoga
दोनों पैरों को आपस में मिलाकर जमीन पर बैठ जाइए। दोनों पंजों को भी आपस में मिलाइए। अब दोनों एड़ियों को ऊपर की ओर उठाइए। घुटनों को दोनों तरफ लेफ्ट राईट खोलिए। अपनी ठुड्डी को गले की हड्डी से लगाइए। अब अपनी सुविधानुसार मुंह खोलिए और जीभ को जितना बाहर निकाल सकते हैं निकालिए। कमर को सीधा रखिए और दोनों हाथों को घुटनों पर रखें। नजर जमीन पर रखें।
लाभ:
- इस आसन को करने से रीढ़ की हड्डी पुष्ट होती है।
- दांत, जीभ, जबड़ा और गले के रोगों से मुक्ति मिलती है।
- आवाज स्पष्ट बनती है और हकलाना दूर होता है।
- आमाशय, छोटी आंत , बड़ी आंत , गुर्दे आदि की सफाई होती है ।
- आँख, कान , नाक, दांतों आदि को शक्ति मिलती है।
- भोजन और साँस की नली साफ होती है।