खसखस के लाभ | Benefits of poppy seeds | khaskhas ke labh
खसखस की तासीर ठंडी होने के कारण, इसका प्रयोग गर्मीयों में शर्बत के तौर पर अत्यधिक किया जाता है। खसखस प्रोटीन और फाइबर का अच्छा स्त्रोत भी है। इसके साथ ही खसखस में एंटीऑक्सीडेंट्स, ओमेगा 3, 6 फैटी एसिड, थायमिन, फाइटोकेमिकल्स, विटामिन B तथा कैल्शियम, पौटैशियम, मैंगनीज आदि मिनरल्स का प्रचुर समावेश पाया जाता है। जिस वजह से, यह हमें पोषण प्रदान कर, अच्छा स्वास्थ्य प्रदान करती है। कई प्रकार के रोगों तथा सौंदर्य सम्बन्धी समस्याओं से छुटकारा दिलाने में भी सहायक सिद्ध हुई है।
खसखस के प्रयोग से होने वाले कुछ निम्नलिखित स्वास्थ्य व सौंदर्य लाभ इस प्रकार हैं:
- बुखार होने पर, खसखस का सेवन पानी के साथ करना लाभदायक होता है।
- मस्तिष्क सम्बन्धी रोगों में भी खसखस का प्रयोग करना लाभप्रद होता है। सोने के पहले, खसखस के तेल की 5-7 बूंदें पानी में डालकर नहाने मात्र से ही मानसिक तनाव, अनिंद्रा तथा अवसाद (डिप्रेशन) आदि रोगों से राहत मिलने लगती है।
- खसखस का सेवन कर, शरीर के तापमान को नियंत्रित किया जा सकता है। जिससे गर्मियों के मौसम में शरीर को ठंड़क मिलती है। अतः खसखस शरीर को अत्यधिक गर्मी लगने से बचाती है।
- प्रतिदिन खसखस का सेवन करने से, साँस सम्बन्धी रोगों से बचा जा सकता है।
- त्वचा सम्बन्धी रोगों में, खसखस का सेवन तथा प्रयोग किया जा सकता है। खस का तेल बाजार में उपलब्ध है। इसे त्वचा पर लगाया जा सकता है। यह त्वचा रोगों से राहत दिलाने में सहायक होता है जैसे- त्वचा में जलन, एक्ज़िमा, खुजली इत्यादि।
- खसखस युक्त दूध पीने से, झुर्रियों से छुटकारा मिल जाता है। अतः आपकी त्वचा लम्बे समय तक जवाँ बनी रहती है। साथ ही यह त्वचा को नमी भी प्रदान करता है।
- खसखस का नियमित सेवन करने मात्र से ही मांशपेशियों (मसल्स) के दर्द से राहत मिल जाती है।
- प्रतिदिन सुबह नाश्ते में खसखस का, दूध के साथ सेवन करने से कब्ज़ की समस्या को दूर किया जा सकता है।
- खसखस का सेवन करने से रक्तचाप नियंत्रण में रहता है। अतः यह दिल को स्वस्थ रखने में सहायक होता है।
- 1 गिलास दूध में, 1 चम्मच खसखस का पेस्ट मिलाकर, नियमित रूप से सेवन करने मात्र से, रक्त (खून) की कमी दूर हो जाती है। जिससे एनीमिया रोग से बचा जा सकता है। अतः एनीमिया रोग नहीं होता।
- प्रतिदिन ½ टीस्पून खसखस के दाने चबाकर खाने मात्र से ही वज़न कम होने लगता है।
नोट:
- खसखस का सेवन अत्यधिक मात्रा में नहीं करना चाहिए।
- सर्दी, खाँसी-जुकाम होने पर भी इसके अत्यधिक सेवन से परहेज़ करना चाहिए।
- गर्भावस्था में भी डॉक्टर की सलाह अनुसार ही खसखस का सेवन करें।