Benefits of sweet wood | mulethi ke labh
मुलेठी एक बहुत ही पौष्टिक जड़ी बूटी है। इसका प्रयोग आमतौर पर केक, बिस्कुट, टॉफ़ी में किया जाता है। मुलेठी में एंटीऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में पाये जाते हैं। इसके साथ-साथ यह प्रोटीन, कैल्शियम तथा एंटीबायोटिक इत्यादि पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थ है। जिस वजह से, यह हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक शक्ति को बढ़ाने में सहायक होती है। जिससे सभी आयु वर्ग के व्यक्तियों को पोषण तथा अच्छा स्वास्थ्य प्रदान करने में सहायक सिद्ध हुई है। कई प्रकार की स्वास्थ्य सम्बन्धी तथा सौंदर्य समस्याओं से छुटकारा दिलाने में भी सहायक सिद्ध हुई है।
मुलेठी के प्रयोग से होने वाले कुछ निम्नलिखित स्वास्थ्य तथा सौंदर्य लाभ इस प्रकार हैं:
- पेट से सम्बंधित रोगों में, मुलेठी का सेवन करना लाभदायक होता है। जैसे- कब्ज़, पेट का अल्सर। कब्ज़ में गर्म दूध में मुलेठी मिलाकर सेवन करना लाभप्रद होता है।
- सीने में जलन होने पर, मुलेठी को मुह में रख कर चूसने से, जलन से राहत मिलती है। अतः ख़ाने से 20 मिनट पहले इस प्रक्रिया को अवश्य करें।
- मुह में छाले होने पर, मुलेठी के पाउडर को शहद में मिलाकर छालों पर लगाने से राहत मिलती है।
- सर्दी खाँसी तथा गले में ख़राश होने पर, मुलेठी को चूसने से न केवल गले की ख़राश बल्कि गले का दर्द भी दूर हो जाता है।
- मुलेठी का सेवन करना आँखों और दिमाग की समस्याओं में लाभदायक होता है।
- मुलेठी के पाउडर को शहद तथा शुद्ध घी में मिलाकर सेवन करने मात्र से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने लगती है।
- सौंदर्य समस्याओं में, 1 टीस्पून मुलेठी के पाउडर को कच्चे दूध और ¼ टीस्पून शहद में मिलाकर, चेहरे पर लगाएं व लगभग 15 मिनट बाद सादे पानी से चेहरा धो दें। यह फेस पैक त्वचा को अंदर से साफ करता है। जिससे त्वचा की झाइयाँ, काले दाग़-धब्बे और कालापन (taning) दूर हो जाता है। अतः त्वचा में नया निखार आता है। तेलीय त्वचा वाले दूध और शहद की जगह पर गुलाबजल का प्रयोग करें। इस प्रक्रिया को प्रतिदिन अवश्य दोहराएं।
नोट:
- मुलेठी का सेवन, चाय, गुनगुने दूध तथा पानी के साथ किया जा सकता है।
- गंभीर रोग से ग्रसित रोगी या गर्भवती महिलाएं डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।