कैसे करें शीर्षासन | Kaise karen sheershasana | How to do sheershasana
एक छोटे से कपड़े का गोला बनाइए। उसे ज़मीन पर रख दीजिए अब अपने दोनों हाथों की उंगलियों को आपस मे फंसाकर सिर पर रखिए। इस के बाद सिर को कपड़े के गोले पर लगाकर घुटनों को इतना ऊपर उठाए कि पैर से जांघ तक का भाग बिल्कुल सीधा हो जाये। फिर दोनों पैरों के घुटनों को इतना पास लाएं कि दोनों घुटने आपस मे सट जायेँ। कुछ देर इसी स्थिति मे बने रहें। इस के बाद ज़मीन पर सीधे खड़े होकर दोनों हाथों को ऊपर उठा लें। दोनों मुठ्ठियों को बार-बार बांधे तथा खोलें। पांच दस बार ऐसा करें।
जितनी देर शीर्षासन किया हो उससे आधे समय तक शवासन अवश्य करना चाहिए। शवासन सीखने के लिये यहाँ क्लिक करें!
लाभ:
- इस आसन के अभ्यास से नेत्र-दोष, बालों का झड़ना और सफेद होना, रक्त-विकार इत्यादि रोग ठीक हो जाते हैं।
- यह आसन नज़ला और जुकाम मे अत्यन्त लाभदायक है।
- इस आसन के अभ्यास से मस्तिष्क संबंधी अधिकांश रोगोँ ठीक हो जाते हैं।
नोट:
- हाई ब्लड प्रैशर तथा दिल की बीमारी से ग्रस्त व्यक्तियोँ को शीर्षासन नहीं करना चाहिए।
- शीर्षासन के बाद शवासन अवश्य करना चाहिए। अन्यथा लाभ के स्थान पर हानि हो सकती है। शवासन सीखने के लिये यहाँ क्लिक करें!