शशांक आसन कैसे करें | Kaise karen shashankasana | How to do shashankasana
वज्रासन (वज्रासन के लिये यहाँ पढ़ें ) मे बैठ जाइए। अब सांस लेते हुए दोनों हाथ इस प्रकार उठाइये कि दोनों भुजाये कानों से सट जायें। फिर धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए, हाथ व सिर भूमि की ओर लाइये। हाथ भूमि पर लग जाने के बाद सांस को बाहर ही रोक कर इस स्थिति मे बने रहिए। नितम्ब पैरों पर लगे रहें। इसी अवस्था मे रहते हुए शरीर के पिछले भाग को आगे की ओर खींचिए| अब दोबारा अंदर सांस लेते हुए हाथ व सिर धीरे-धीरे ऊपर उठाइये। सांस छोड़ते हुए हाथ नीचे लाइये।
लाभ:
- तीव्र रक्तचाप मे तत्काल शान्ति प्रदान करता है।
- पीठ में होने वाले दर्द तथा उसकी रक्त-संचार प्रणाली को ठीक करता है।
- इस आसन के अभ्यास से कब्ज से मुक्ति मिलती है।
- जिन स्त्रियों और पुरुषों की जननेन्द्रियां ठीक से विकसित न हुई हो, उन्हें लाभ प्रदान करता है।
- पाचन शक्ति बढ़ाने मे लाभप्रद है।
- स्त्री गर्भ गिरने व स्थान से हट जाने संबंधी रोगों मे लाभदायक है।