द्रिपादविस्तृतासन कैसे करें | How to do Dripaadvistritaasana| Dripaadvistritaasana kaise Karen
ज़मीन पर खड़े होकर दोनों पैरों को इतना फैलाएं कि दोनों पैर ज़मीन पर डंडे की तरह लग जायें| दोनों हाथों को आगे पीछे अर्थात् राइट हाथ को राइट पैर की तरफ और लेफ्ट हाथ को लेफ्ट पैर की तरफ फैलाते हुए इसी मुद्रा में स्थिर रहें| जब तक सम्भव हो|
लाभ:
• इस आसन के अभ्यास से पैर, घुटने तथा जांघों के दर्द में राहत मिलती है|
• इस आसन के अभ्यास से शरीर में लचीलापन आता है| विशेषतः कमर के नीचे का भाग रबड़ की भांति बन जाता है|
• इस आसन के अभ्यास से बवासीर रोग ठीक हो जाता है|
• यह आसन 28 साल की उम्र तक लम्बाई बढ़ाने में सहायक है|
नोट:
- इस आसन का आधे मिनट का अभ्यास बहुत आसनों के एक घंटे के बराबर होता है|